दोस्तों आपका हमारे Blogpost में फिर से स्वागत है दोस्तों साबूदाना खिचड़ी ( sabudana khichdi) भारतीय डिश में एक प्रमुख डिश है, जिसे खासतौर पर उपवास के लिए बनाया जाता है। यह खिचड़ी न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि इसे बनाना भी बहुत ही आसान होता है। दोस्तों इस नवरात्री के मौके पर आप अपने घर में सबुदाना की खिचड़ी जरूर बनाते होंगे | तो दोस्तों आज मैं आपको इस blogpost में साबूदाना खिचड़ी की विशेषताएँ, इसे बनाने की विधि और इसके स्वास्थ्य लाभ के बारे में बताऊंगा ।
साबूदाना क्या है?
दोस्तों साबूदाना, जिसे अंग्रेज़ी में tapioca pearls कहा जाता है, यह मणिपुर और असम के कुछ क्षेत्रों में उगाए जाने वाले कसावा के पौधे से प्राप्त होता है। यह छोटे, गोल और सफेद रंग के दाने होते हैं। साबूदाना में कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जिससे यह ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। इसके अलावा इसमें विटामिन B और मिनरल्स भी पाए जाते हैं।
साबूदाना खिचड़ी के फायदे : sabudana khichdi
1. ऊर्जा का स्रोत: साबूदाना खिचड़ी में बहुत अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है, जो तुरंत ऊर्जा प्रदान करने में सहायक होता है। और यह उपवास में हमें कमजोरी से बचाने में मदद करता है।
2. पौष्टिकता: दोस्तों इसमें विटामिन और खनिजों की अच्छी मात्रा होती है, जो शरीर के लिए आवश्यक होती हैं। और इसे दही या सब्जियों के साथ मिलाकर खाने से इसकी पौष्टिकता और भी बढ़ जाती है।
3. पाचन में सहायक: दोस्तों साबूदाना आसानी से पचने वाला पदार्थ होता है और पेट की समस्याओं से हमें राहत प्रदान करता है।
साबूदाना खिचड़ी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री :-
• 1 कप साबूदाना
• 2 बड़े चम्मच मूँगफली (भुनी हुई)
• 1-2 आलू (उबले हुए)
• 1-2 हरी मिर्च (कटी हुई)
• 1 छोटा टुकड़ा अदरक
• 2-3 चम्मच तेल
• ½ चम्मच जीरा
• 1/2 चम्मच नींबू का रस
• नमक स्वादानुसार
• हरा धनिया
साबूदाना खिचड़ी बनाने की विधि :- sabudana khichdi
1. साबूदाना को भिगोना: दोस्तों सबसे पहले आपको साबूदाना को अच्छे से धोकर पानी में 4-5 घंटे के लिए भिगो देना हैं। ध्यान रखें कि साबूदाना पानी में पूरी तरह डूबा हुआ हो ताकि वह अच्छी तरह से नरम हो जाये ।
2. मूँगफली की तैयारी: दोस्तों मूँगफली को कूटकर दरदरा कर लेना है । यह खिचड़ी को एक विशेष स्वाद और कुरकुरापन प्रदान करेगा | नहीं तो दोस्तों आप इन्हे साबुत भी डाल सकते है
3. आलू की तैयारी: दोस्तों आपको सबसे पहले आलू को उबालना है और उबले हुए आलू को छीलकर छोटे टुकड़ों में काट लेना है ।
4. तड़का लगाना: दोस्तों कढ़ाई में आपको तेल गर्म करना है और उसमें जीरा डालना है। दोस्तों जब जीरा चटकने लगे तो उसमें हरी मिर्च और अदरक डालकर भूनना है।
5. साबूदाना को मिलाना: अब भिगोए हुए साबूदाना को कढ़ाई में डालना है और अच्छी तरह से मिला लेना हैं।
6. मूँगफली और आलू को मिलाना: दोस्तों इसके बाद, कुटी हुई मूँगफली और आलू के टुकड़े को डालना है। और नमक को डालकर अच्छे से मिला लेना है ।
7. साबूदाना को पकाना: दोस्तों सब कुछ अच्छी तरह मिलाने के बाद आपको ढक्कन ढककर 2-3 मिनट पकाना है। यह साबूदाने को और अधिक नरम बना देगा।
8. नींबू का रस और धनिया: अंत में दोस्तों आपको नींबू का रस और कटा हुआ हरा धनिया डालकर अच्छे से मिला लेना है।
9. सर्व करना: दोस्तों गर्मागर्म साबूदाना खिचड़ी को एक प्लेट में निकाल लेना हैऔर दही या चटनी के साथ अपनी Family और Friends में शेयर करना है।
साबूदाना खिचड़ी के साथ क्या परोसे?
साबूदाना खिचड़ी को कुछ विशेष चीज़ो के साथ परोस सकते हैं:
• दही: दही का खट्टापन साबूदाना खिचड़ी के स्वाद को और बढ़ा देता है।
• हरी चटनी: हरी चटनी एक ताज़गी भरा स्वाद प्रदान करती है।
• पापड़: कुरकुरे पापड़ के साथ इसे खाना और भी मजेदार होता है।
साबूदाना खिचड़ी का विशेष अवसर :-
दोस्तों साबूदाना खिचड़ी आमतौर पर नवरात्रि, महाशिवरात्रि और अन्य उपवास के अवसरों पर बनाई जाती है। यह उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो धार्मिक कारणों से उपवास रखते हैं लेकिन अपने स्वास्थ्य के साथ कोई समझौता नहीं करना चाहते है |
निष्कर्ष:
दोस्तों साबूदाना खिचड़ी एक सरल, पौष्टिक और स्वादिष्ट नाश्ता है, जो न केवल उपवास के समय के लिए अच्छा माना जाता है, बल्कि किसी भी समय आनंद के लिए भी बनाया जा सकता है। इसकी विशेषता यह है कि इसे कई तरीकों से तैयार किया जा सकता है और इसमें विभिन्न सामग्रियाँ जोड़कर इसे और भी स्वादिष्ट बनाया जा सकता है। दोस्तों अगर आपने अभी तक साबूदाना खिचड़ी का आनंद नहीं लिया है, तो आज ही साबूदाना खिचड़ी बनाकर खाइये और अपने परिवार को भी खिलाइये । यह निश्चित रूप से आपके और आपके परिवार के दिलों को जीत लेगी |